हैलो दोस्तों आज हम “शेयर मार्केट मे अपट्रेंड की पहचान कैसे करें?” इस टॉपिक के बारे मे डिटेल मे चर्चा करने वाले है और जानने वाले “कैसे पता चलेगा की शेयर मे अपट्रेंड जा चुका है?”। इसके अलावा हम इस टॉपिक के सुबटोपिक भी कवर करने वाले है।
इस ब्लॉग मे अपको अपट्रेंड से रिलेटेड सारी जानकारी मिलने वाली है। हमेशा अपट्रेंड को लेकर यूट्यूब पर गलत तरीके बताए जाते है अपट्रेंड को पहचानने के लेकिन आज मैं आपको अपट्रेंड को पहचानने के सही तरीके के बारे मे बताउगा जिसको केवल कुछ अनुभवी प्रॉफ़िटेबल ट्रैडर ही इस्तेमाल मे लेते है।
आज इस ब्लॉग पोस्ट मे क्या जानेगे:
- शेयर मार्केट मे अपट्रेंड की पहचान कैसे करें?
- क्या केवल ऑप्शन चैन को देखकर अपट्रेंड का पता लगाया जा सकता है?
- शेयर के अपट्रेंड मे अपनी एंट्री कब बनाए?
- कैसे पता चलेगा की शेयर मे अपट्रेंड जा चुका है?
- निवेशकों के द्वारा पूछे गए कुछ सवाल:
अपट्रेंड की पहचान कैसे करें?
रिलेटेड कीवर्ड
- मार्केट ट्रेंड कैसे चेक करें?
- मार्केट का ट्रेंड कैसे पता करे?
शेयर मार्केट मे अपट्रेंड की पहचान कैसे करें?
शेयर मार्केट मे आप अपट्रेंड की पहचान कई तरीकों से लगा सकते है जिसमे की पहला तरीका का आप शेयर के सारे डिमांड जोन को मार्क कर ले और वैट करे जब तक की शेयर का प्राइस उस लेवल्स तक नहीं आ जाता। जब प्राइस उस लेवल को ब्रेक करके तुरंत रेटेस्ट करे तब आपको उस शेयर मे अपनी एंट्री बना सकते है।
दूसरा तरीका की आप उस शेयर मे बनने वाली सभी कैन्डलस्टिक्स की स्तरेन्थ को जाचे अगर मार्केट मे बुलिश कैन्डल बन रही है और उनकी स्तरेन्थ बढ़ रही है तो मार्केट मे अपट्रेंड आने की संभावना हो सकती है।
कुछ महत्वपूर्ण अपट्रेंड को पहचानने के तरीके:
- शेयर मे अपट्रेंड आने से पहले चार्ट मे बुलिश कैन्डल की स्तरेन्थ धीरे-धीरे बढ़ने लगती है।
- शेयर मे जब बुलिश कैन्डलस्टिक्स की फॉर्मैशन होने लगती आई तब अपट्रेंड आता है।
- ज्यादातर चार्ट मे अपट्रेंड ब्रैकाउट और रेटेस्ट करके ही आता है तो आपको चाहिए की आप शेयर के शेयर डिमांड जोन को मार्क करके रखे।
इन सारी टिप्स और तरीकों के इस्तेमाल से आप अपट्रेंड को आसानी से पहचान सकते है।
क्या केवल ऑप्शन चैन को देखकर अपट्रेंड का पता लगाया जा सकता है?
नहीं दोस्तों आप केवल ऑप्शन चैन क देखर शेयर के अपट्रेंड को नहीं पहचान सकते इसके लिए आपको शेयर के कई सरे फ़ैक्टर्स को देखना पड़ेगा जैसे की,
- शेयर के ट्रेंड।
- शेयर के चार्ट मे बनने वाले पटटर्न्स।
- शेयर के पिछले दिनों के परफॉरमेंस।
- शेयर के सारे डिमांड जोन के लेवल्स।
अगर ये सारे फ़ैक्टर्स शेयर पाज़िटिव दिखा रहा है तो शेयर मे जल्द ही अपट्रेंड आने वाला है।
शेयर के अपट्रेंड मे अपनी एंट्री कब बनाए?
आपको शेयर के अपट्रेंड मे अपनी एंट्री तभी बनाना होता जब की शेयर का प्राइस अपने डिमांड लेवल्स को ब्रेक करके तुरंत रेटेस्ट करे। अगर शेयर का प्राइस बार बरदीमंड लेवल्स को टच करके नीचे चला जा रहा है या फिर बिल्कुल वीक तरीके से ब्रेक करके रेटेस्ट कर रहा है तब आपको उस कन्डिशन मे अपनी पज़िशन को अवॉइड करना है।
कैसे पता चलेगा की शेयर मे अपट्रेंड जा चुका है?
जब शेयर मे अपट्रेंड जा चुका होता है तब शेयर मे मंदी आ जाती है या फिर दोस्तों उस शेयर के चार्ट मे बेरिश कैन्डल की स्तरेन्थ बढ़ने लगती है।
इसके अलावा उस शेयर के भाव ने ज्यादा गिरावट होने लगती है या फिर वह शेयर फिर से कन्सालिडेशन ट्रेंड मे चला जाता है। उस कन्सालिडेशन से शेयर का प्राइस तब तक बाहर नहीं निकलता जब तक की दुबारा फिर शेयर मे अपट्रेंड नहीं आ जाता।
निवेशकों के द्वारा पूछे गए कुछ सवाल:
Q. क्या केवल चार्ट को देखकर हम अपट्रेंड का पता लगा सकते है?
Ans. हा बिल्कुल दोस्तों आप केवल चार्ट को देखकर शेयर मे आने वाले अपट्रेंड का पता लगा सकते है इसके लिए आपको एक दमदार चार्ट रीडिंग आनी चाहिए। बिना चार्ट रीडिंग सीखे आप चार्ट को देखकर अपट्रेंड का पता नहीं लगा सकते।
Q. अपट्रेंड को पहचानने के लिए हमे चार्ट मे क्या देखना चाहिए?
Ans. अपट्रेंड को पहचानने क लिए हमे चार्ट मे कुछ महत्वपूर्ण फ़ैक्टर्स को देखना पड़ता है जो इस प्रकार दिए है,
- चार्ट मे कौन-कौन से चार्ट और कैन्डलस्टिक्स पटटर्न्स बन रहे है।
- चार्ट किस ट्रेंड मे चल रहा है, डाउनट्रेंड, कन्सालिडेशन ट्रेंड।
- शेयर का प्राइस कब डिमांड लेवल की तरफ जा रहा है।
- शेयर मे वालटिलिटी है की नहीं।
Q. कब हमे अपट्रेंड को अवॉइड करना चाहिए?
Ans. दोस्तों कुछ कन्डिशन ऐसी है जहा हें हमेशा अपट्रेंड को अवॉइड करना चाहिए एकोनडीटीऑन कुछ इस प्रकार है,
- जब शेयर अपने डिमांड लेवल को टच करके बार बार नीचे जाकर वीक तरीके से अपने डिमांड लेवल को ब्रेक करे।
- जब शेयर के चार्ट मे अचानक भाव तेजी से बढ़ने लगे ये ऑपरेटर की एक जाल होते है।
- जब शेयर का प्राइस बिना डिमांड लेवल को रेटेस्ट कीये ऊपर जाने लगे।
Q. अपट्रेंड मे पज़िशन बनाने के तरीके?
Ans. अपट्रेंड मे पज़िशन बनाने के कुछ गोल्डन टिप्स इस प्रकार है,
- जब प्राइस अपने डिमांड लेवल को ब्रेक करके रेटेस्ट करे तभी अपने एंट्री बनाए।
- जब चार्ट मे बुलिश कैन्डल की स्तरेन्थ धीरे-धीरे बढ़े तभी एंट्री बनए।
- इसके अलावा यदि चार्ट मे बने कोई बुलिश पटटर्न्स के ऊपरी लेवल का बब्रैकाउट होकर प्राइस रेटेस्ट करे तब अपनी एंट्री बनाए।
Conclusion
दोस्तों आज के इस ब्लॉग पोस्ट मे मैंने आपको “शेयर मार्केट मे अपट्रेंड की पहचान कैसे करें?” इस टॉपिक को डिटेल मे समझाने की कोशिश की हुई है आइल अलावा मैंने इस टॉपिक के सुबटोपिक्स को भी कवर किया है ताकि आपका इस टॉपिक को लेकर कोई भी डाउट न रहे।
मैं आशा करता हु मेरा ये ब्लॉग पोस्ट आपको पसंद आया होगा। अगर आपको “शेयर मार्केट मे अपट्रेंड की पहचान कैसे करें?” इस टोपिक्स कू लेकर कोई अगर डाउट है तो आप कॉमेंट कर सकते है मैं केवल कुछ घंटों के अंदर आपके सारे सवालों सही जवाब देने की कोशिश करूंगा।
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