नमस्कार दोस्तों आज की इस पोस्ट मे “Balance Sheet” को लेकर डिटेल मे चर्चा करने वाले है हम इस पोस्ट मे देखेगे की बैलन्स शीट क्या है, इसके प्रकार, इसके फायदे तथा इसको कैसे प्राप्त करे।
दोस्तों आज की ये पोस्ट केवल “Balance sheet” पर बेस है इस पोस्ट मे बैलन्स शीतकों लेकर सारी चीजे डिटेल मे बताई गई है तो चाहिए बिना देरी किए आज की इस पोस्ट की शुरुआत करते है।
What is Balance Sheet-बैलन्स शीट किसे कहते है?
दोस्तो बैलेंस शीट एक फाइनेंस स्टेटमेंट(Financial statement) है जिसे कंपनी अपने एनुअल रिपोर्ट(Annual report) में दर्शाती है, इसे कंपनी अपने साल के अंत में बनाती और पेश करती है। बैलेंस शीट के जरिए हमे कम्पनी के Assets, Liabilities तथा Shareholder equity के बारे में जानकारी प्राप्त करते है। ऐसी सारी जानकारी देने वाली डॉक्यूमेंट(Document) को हम बैलेंस शीट कहते है।
Types of Balance Sheet-बैलेंस शीट के प्रकार
बैलेंस शीट तीन प्रकार की होती है, जो इस प्रकार है
अससेट्स(Assets)
इसमें कंपनी के स्वामित्व वाले संसाधन आते हैं, असेट्स दो प्रकार के होते हैं पहला करंट असेट्स(Current assets) तथा दूसरा नों करंट असेट्स(No-Current assets)। कंपनी के एसेट्स में कंपनी के लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट, प्लांट, प्रॉपर्टी इत्यादि शामिल होते हैं।
लायबिलिटी(Liability)
लायबिलिटी कंपनी के दायित्व होते हैं, जिनका भुगतान कंपनी को समय-समय पर करना होता है। लायबिलिटी भी दो प्रकार की होती है पहली करंट लायबिलिटी(current liability) तथा दूसरा नों करंट लायबिलिटी(No-Current liability)। लायबिलिटी में शॉर्ट टर्म डेट, लॉन्ग टर्म टैक्स तथा अनेक प्रकार के टैक्स शामिल होते हैं।
इक्विटी(Equity)
इक्विटी मे कंपनी के सभी लेनदेन तथा भुगतान के बाद बचे दावे का प्रतिनिधित्व करती है, यह भी दो प्रकार की होती है पहले कॉमन स्टॉक(Common stock) तथा दूसरा Retained Earning। इक्विटी में शेयर होल्डर्स के द्वारा किया गया प्रारंभिक निवेश तथा व्यवसाय में पुनर्निवेश के कुछ फैक्टर शामिल होते हैं।
Steps to Understand Balance Sheet।-बैलेंस शीट को समझने के स्टेप्स।
बैलेंस शीट को समझने के लिए एक्सपर्ट्स ने कुछ स्टेटस को बताया हुआ है जो इस प्रकार है,
परिसंपत्तियों से शुरुआत करें(Let’s Starts with Assets)
वर्तमान समय की कंपनी की सभी परिसंपत्तियों को देखें और समझे। इससे आपको कंपनी के पास क्या मौजूद है, क्या नहीं है इन सभी फैक्टर की जानकारी हो जाएगी।
लायबिलिटी को समझे(Understand Liability)
अपने इस दूसरे चरण में आपको कंपनी की टोटल(Total) लायबिलिटी को देखना और समझना है। इससे आपको कंपनी के ऊपर कर्ज(Debt) तथा हाल ही में कंपनी के द्वारा ली गई सभी कर्ज की जानकारी प्राप्त होगी।
इक्विटी को समझें(Understand the Equity)
अपना तीसरा कदम आप आपको इक्विटी के लिए देना है, इक्विटी को पढ़ने और समझने से आपको कंपनी की नेट वर्थ तथा लाभ और नुकसान की जानकारी प्राप्त होगी।
5 Benefits of Balance Sheet-बैलेंस शीट के 5 फायदे
निवेशको बैलेंस शीट की कई सारे फायदे को बताया है इसमें से पांच फायदे इस प्रकार हैं,
वित्तीय स्थिति(Financial Condition)
बैलेंस शीट कंपनी की सभी परासंपत्तियां(Assets) तथा वित्तीय स्थिति(Financial Performance) की एक महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करती है। बैलेंस शीट कंपनी के दायित्व को पूरा करने की क्षमता को दर्शाती है, इससे देखकर निवेशक कंपनी में निवेश का अनुमान लगा पाते है।
रिस्क मूल्यांकन(Risk Assessment)
बैलन्स शीट कंपनी के सभी ऋण स्तरों के बारे सटीक जानकारी प्रदान करती है। इससे निवेशक ऋण के जोखिम(Risk) को पहचान को आसानी से समझ कर अपने निवेश निर्णय को एक सही दिशा दे सकता है।
तरलता विश्लेषण(Liquidity Analysis)
बैलन्स शीट निवेशक तथा शेयर होल्डर्स को कंपनी की तरलता को आकलन करने के एक अवसर प्रदान करती है ये जानकारी कंपनी के दायित्व क्षमता को दिखाती है।
तुलनात्मक विश्लेषण(Comparative analysis)
आप कई प्रकार के कॉम्पनियों के बैलन्स शीट को लेकर उनका विश्लेषण कर सकते है। इससे आप इन कॉम्पनियों के सभी नुकसान और जोखिम के फ़ैक्टर्स को आसानी से समझ सकते है। ऐसा करने से आपकी अनैलिसिस मे काफी सुधार नजर आएगी।
परिसंपत्ति आकलन(Assets Assessment)
बैलन्स शीट के जरिए आप कंपनी के असेट्स की जानकारी आसानी से पता कर सकते है। इससे आपको कंपनी के पास वतर्तमान समय मे क्या है तथा कंपनी को किस चीज चीज की जरूरत है इसकी जानकारी मिलेगी।
निवेशकों के द्वारा पूछे गए कुछ सवाल
Balance Sheet का क्या उद्देश्य है?
बैलेंस शीट का उद्देश्य निवेशक को सही व सटीक तरीके से कंपनी के ऊपर सभी प्रकार की कर्ज(Debt), आसेस्ट्(Assets) तथा वर्तमान समय की कंपनी की नेट वर्थ की जानकारी प्रदान करना है।
कंपनी की बैलेंस शीट कैसे प्राप्त करे?
बैलेंस शीट कंपनी के एनुअल रिपोर्ट(Annual report) में मौजूद होती है, एनुअल रिपोर्ट को आप कंपनी के ऑफिशल वेबसाइट(Official website) पर जाकर बिल्कुल आसान तरीके से पीएफ(PDF) के फॉर्म में डाउनलोड कर सकते हैं।
कंपनी बैलेंस शीट कब पब्लिश करती है?
कंपनी अपने बैलेंस शीट को अपने परफॉर्मेंस के हिसाब से पब्लिश करती है, कंपनी अपने बैलन्स शीट(Balance sheet) को हर साल के अंत में पब्लिश करती है। और हर साल कंपनी की बैलन्स शीट अलग-अलग होती है।
Balance Sheet का सबसे प्रमुख भाग कौन सा है?
बैलेंस शीट का सबसे प्रमुख भाग लायबिलिटी(Liabilities) का है क्योंकि लायबिलिटी को देखने से कंपनी के ऊपर सभी प्रकार की कर्ज(Debt) का पता आसानी से लगा सकता है।
बैलेंस शीट को हिंदी में क्या कहते है?
बैलेंस शीट को हिंदी की भाषा में “तुलन पत्र”(Tulan Patra) कहा जाता है। हिंदी पढ़े हुए सभी शेयर होल्डर्स इस वाक्य को आसानी से समझ सकते हैं।
एक अच्छी बैलेंस शीट किसे कहते है?
एक अच्छी बैलेंस शीट उसे कहते हैं जो वर्तमान समय में विशिष्ट कंपनी की वित्तीय स्थिति को आसान भाषा में दर्शाए यानि बैलेंस शीट मे लिखी गई सभी जानकारियां कंपनी के वर्तमान समय में चल रहे स्थितियों से मेल(Match) खाती हो।
बैलेंस शीट क्यों महत्वपूर्ण है?
बैलेंस शीट को देखने और पढ़ने से हमें कंपनी के महत्वपूर्ण गहनशीलता की जानकारी प्राप्त होती है, जो हमें कंपनी में निवेश करने की एक सही निर्णय प्रदान करती है।
Conclusion
दोस्तों मैंने इस पोस्ट के जरिए आपको “Balance Sheet” के के बारे में समझाने की कोशिश की हुई है। मैंने इस पोस्ट मे बैलन्स शीट के हर छोटे से छोटे भाग को कवर किया हुआ हुआ है।
मैं आशा करता हु अकि आपको मेरी ये पोसी पसंद आई होगी। अगर आपको “Balance Sheet” को लेकर कोई भी डाउट है तो आप कमेन्ट कर सकते है।
आप सब मेरी इस वेबसाईट allsharetarget.com पर आए और आप सबने मेरी इस पोस्ट को पढ़ा मैं इसके लिए आपका जीवन भर आभारी रहूँगा “नमस्कार”।