हैलो दोस्तों आज के इस पोस्ट में हम Breakout Trading को एकदम Basics तरीके से जानने और समझने वाले हैं। आज हम Breakout Trading के प्रकार, नियम, सीखने के तरीके तथा ब्रैकाउट ट्रैडिंग सिखाने वाले Platform को भी देखेगे।
दोस्तों आज की ये post केवल Breakout Trading के ऊपर बेस हैं, इस Post में ब्रैकाउट ट्रैडिंग से रिलेटेड सभी महत्वपूर्ण जानकारी दी हुई है। तो दोस्तों आज की ये पोस्ट नए निवेशकों के लिए काफी Impotent होने वाली है तो चलिए बिना देरी कीये आज की इस Post की शुरुआत करते हैं।
ब्रेकआउट ट्रेडिंग किसे कहते हैं?
ब्रेकआउट ट्रेडिंग निवेशकों के द्वारा शेयर मार्केट में धन कमाने के उद्देश्य से की जाने वाली रणनीति(Strategy) है। इस रणनीति का इस्तेमाल निवेशक किसी पैटर्न के तेजी ब्रेक आउट या मंदी ब्रेकआउट के समय करता है। इस ट्रेडिंग में मार्केट की वोलेटिलिटी काफी अधिक होती है अधिक सतर्कता नहीं बरतने पर निवेशक के नुकसान होने के चांसेस बढ़ जाते हैं।
ब्रेकआउट ट्रेडिंग के प्रकार
शेयर मार्केट में ब्रेकआउट ट्रेडिंग के तीन प्रकार होते हैं जो इस प्रकार हैं,
अपट्रेंड ब्रेकआउट ट्रेडिंग
इस ट्रेडिंग में मार्केट जब अपनी मूल्य सीमा को तोड़कर ऊपर की तरफ जाने लगता है तब यह रणनीति काम आती है। इस समय वोलेटिलिटी अपने चरण सीमा पर होती है निवेशक इसी समय इस रणनीति का इस्तेमाल करके निवेश करता है।
डाउनट्रेंड ब्रेकआउट ट्रेडिंग
जब मार्केट अपनी मूल्य सीमा को तोड़कर मंदी की तरफ ब्रेकआउट देकर मंदी की तरफ जाने लगता है तब निवेशक इस डाउनट्रेंड ब्रेकआउट ट्रेडिंग को इस्तेमाल करता है। इस रणनीति में निवेशक का स्टॉप लॉस ऊपर की तरफ तथा लक्ष्य नीचे की तरफ होता हैं।
रेंज ब्रेकआउट ट्रेडिंग
यह ट्रेडिंग तभी की जाती है जब मार्केट अपने किसी रेंज का ब्रेकआउट देता है। बाजार का यह ब्रेकआउट मंदी और तेजी दोनों का हो सकता है, निवेशक इस रणनीति का इस्तेमाल करके रेंज ब्रेकआउट में निवेश कर पता हैं। इस रणनीति में निवेशक का स्टॉप लॉस तथा लक्ष्य ऊपर या नीचे किसी तरफ भी हो सकता हैं।
Breakout Trading के फायदे
अधिक लाभ की संभावना
टेकआउट ट्रेडिंग एक मोमेंटम वाली ट्रेडिंग होती है इस ट्रेडिंग में केवल कुछ ही समय में अधिक से अधिक लाभ मिलने की संभावना रहती है। आप रिकॉर्ड ट्रेडिंग में केवल कुछ ही समय में हजारों से लाखों तक कमा सकते हैं।
समय की कम खपत
ब्रेकआउट ट्रेडिंग केवल कुछ मिनट में की जाने वाली ट्रेडिंग है इसमें निवेशकों का अधिक से अधिक समय बच जाता है इस बीच हुए समय का इस्तेमाल वह अपनी ट्रेडिंग में लगा सकते हैं।
जोखिम का कम होना
ब्रेकआउट ट्रेडिंग की अवधि बहुत कम होती है जिसकी वजह से बाजार में चल रहे न्यूज़ तथा अधिक मार्केट में रुकने के नुकसान के चांसेस बहुत कम होते हैं। बाजार कई फैक्टरों से प्रभावित होता है लेकिन ब्रेकआउट ट्रेडिंग की कम अवधि से यह सारे फैक्टर का प्रभाव मार्केट पर नहीं पड़ता जिससे निवेशकों के लॉस का जोखिम कम हो जाता है।
फंडामेंटल एनालिसिस मे कमी
दोस्तों ब्रेकआउट ट्रेडिंग में हमेशा प्राइस एक्शन का इस्तेमाल किया जाता है इस ट्रेडिंग में कभी भी फंडामेंटल एनालिसिस की जरूरत नहीं पड़ती जिसकी वजह से फंडामेंटल एनालिसिस में समय की खपत कम होती है। ब्रेकआउट ट्रेडिंग को सीखने के लिए भी केवल Price Action का इस्तेमाल किया जाता हैं।
ब्रेकआउट ट्रेडिंग सिखाने वाले प्लेटफार्म
फाइनेंशियल वेबसाइट्स
दोस्तों मार्केट मैं कुछ ऐसी वेबसाइट है जो निवेशकों को फ्री में सभी प्रकार की ट्रेडिंग को सिखाती हैं इसके अलावा यह ट्रेडिंग के सभी फ्री के कोर्सेज को भी प्रदान करती हैं आप इन वेबसाइट के माध्यम से ब्रेक आउट ट्रेडिंग को सीख सकते हैं, जैसे Reddit, Investopedia इत्यादि।
यूट्यूब चैनल(You Tube Channels)
आप यूट्यूब चैनल के माध्यम से ब्रेकआउट ट्रेडिंग को शुरुआत(Basics) से एडवांस(Advance) तक सीख सकते हैं यूट्यूब पर कैसे चैनल से जो आपको ब्रेक आउट ट्रेडिंग के सारे नियम कानून को अच्छी तरीके से समझते हैं आपको अपनी पसंद के चैनल को ढूंढना है तथा उन्हें सब्सक्राइब कर लेना है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म
सोशल मीडिया में कई ऐसे चैनल मौजूद है जो आपको ब्रेक आउट ट्रेडिंग के बारे में विस्तार से समझते हैं यह चैनल से आपको हर एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर देखने को मिल जाएंगे जिनके वीडियो बिल्कुल फ्री होते हैं आप इनको देखकर ब्रेकआउट ट्रेडिंग को सीख सकते हैं।
डेमो अकाउंट के जरिए
Breakout ट्रेडिंग को अच्छे ढंग से सीखने के लिए आपको प्रैक्टिस की जरूरत होगी गूगल पर कई ऐसे प्लेटफार्म मौजूद है जो फ्री में डेमो अकाउंट खुलवाने की सुविधा प्रदान करते हैं। ब्रेक आउट ट्रेडिंग के प्रैक्टिस के लिए सबसे अच्छा प्लेटफार्म Trading View हैं। इस प्लेटफार्म पर आप फ्री तरीके से डेमो अकाउंट(Demo Account) खुलवा सकते हैं।
निवेशकों के द्वारा पूछे जाने वाले सवाल
ब्रैकाउट की पहचान कैसे करे?
ब्रेकआउट की पहचान करने के लिए सबसे पहले आपको चार्ट के सभी चार्ट और कैंडिस्टिक पैटर्न को बारीकी से समझना और सीखना होगा, इसके अलावा आपको सपोर्ट रेजिस्टेंस ट्रेंड लाइन जैसे फैक्टर को भी जानना होगा।
ब्रैकाउट ट्रैडिंग मे इस्तेमाल होने वाले इन्डकैटर कौन से हैं?
ब्रेकआउट ट्रेडिंग में इस्तेमाल होने वाले कुछ सफल इन्डकैटर इस प्रकार है इस इन्डकैटर का इस्तेमाल ज्यादातर एक्स्पर्ट्स करते हैं,
- MACD
- 20& 50 EMA
- 15& 35 SMA
- Super Trend
ब्रैकाउट ट्रैडिंग से हम कितना कमा सकते हैं?
दोस्तों आप ब्रेकाउट ट्रेडिंग से एक दिन के अंदर हजारों से लाखों तक कमा सकते हैं लेकिन इसके लिए आपको ब्रेकआउट ट्रैडिंग को तथा ब्रैकाउट ट्रैडिंग मे इस्तेमाल होने वाले सभी फैक्टर नियम को ध्यान पूर्वक पढ़ना और सीखना होगा बिना इसके आप ब्रेकआउट ट्रैडिंग से पैसा नहीं कमा सकते.
ब्रैकाउट ट्रैडिंग के स्टॉक कैसे चुने?
ब्रेकआउट ट्रेडिंग के लिए आपको किसी ऐसे स्टॉक को सुनना है जिसका मूल्य किसी रेंज के अंदर ट्रेड कर रहा हो ऐसे स्टॉक आपको शेयर मार्केट में बहुत सारे मिल जाएंगे। स्टॉक को चुनने के बाद आपको स्टॉक के रेंज(Range) के ब्रेकआउट(Breakout) का इंतजार करना हैं, Range में आपको बिल्कुल भी ट्रेडिंग(Trading) नहीं करनी है इससे लॉस(Loss) होने का खतरा रहता है।
Conclusion
दोस्तों आज की इस Post के माध्यम से मैंने आपको “Breakout Trading” को डिटेल मे समझाया हुआ हैं, इसके अलावा आज मैंने ब्रैकाउट ट्रैडिंग मे इस्तेमाल होने वाले इन्डकैटर, ब्रैकाउट ट्रैडिंग को सीखने के तरीके तथा इसके फ़ायदों के बारे मे भी जानकारी दी हुई हैं।
मैं आशा करता हूँ की आपको मेरिओ ये Post पसंद आई होगी। अगर आपको Breakout Trading को लेकर कोई भी डाउट हैं तो आप Comment कर सकते हैं।
आप सब ने मेरी इस पोस्ट को पढ़ा मैं इसके लिए आपका जीवन भर आभारी रहूँगा नमस्कार allsharetarget.com।