हैलो दोस्तों आपका स्वागत है आपका मेरी इस वेबसाईट allsharetarget.com मे आप हम “प्रेफरेंस शेयर का मतलब क्या होता है?” इस टॉपिक को लेकर डिटेल मे जानने है। हम जानेगे प्रेफ्रन्स शेयर को कौन लोग होल्ड करते है।
क्या एक नया निवेशक प्रेफरेंस शेयर मे निवेश कैसे ले सकता है। ये सारी जानकारी हम इस पोस्ट मे जानने वाले है।
इसके अलावा आज हम “प्रेफरेंस शेयर का मतलब क्या होता है?” इस टॉपिक के सारे Subtopic को भी इसी एक पोस्ट मे समझने वाले है।
यानि दोस्तों आज इस पोस्ट को पढ़कर आप प्रेफरेंस शेयर के बारे मे सारी जानकारी प्राप्त करने वाले है।
दोस्तों आज की ये पोस्ट निवेशकों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होने वाली है तो चलिए बिना देरी किए आज की इस पोस्ट की शुरुआत करते है,
आज हम इस पोस्ट मे क्या सीखेगे:
- प्रेफरेंस शेयर का मतलब क्या होता है?
- क्या प्रेफ्रन्स शेयर और कॉमन शेयर सैम है?
- प्रेफरेंस शेयर होल्डर कौन होते हैं?
- निवेशकों के द्वारा पूछे गए कुछ सवाल:
प्रेफरेंस शेयर का मतलब क्या होता है?
शेयर मार्केट मे काम करने वाली कॉम्पनिओ को जब एक बड़े Amount की जरूरत होती है तक वे बड़े इन्वेस्टर को कॉमन शेयर की जगह प्रेफ्रन्स शेयर देती है। हमेशा प्रेफ्रन्स शेयर की वैल्यू Common शेयर से ज्यादा होती है। प्रेफरेंस शेयर हमेशा कंपनी मे एक बड़ी हिस्सेदारी को देते है।
कंपनी के प्रेफ्रन्स शेयर कंपनी के कुछ चुनिंदा बड़े इन्वेस्टर के पास होता है। प्रेफ्रन्स शेयर की Valuation(हिस्सेदारी) कंपनी मे common शेयर की तुलना मे ज्यादा होती है। प्रेफरेंस शेयर को एक आम Investor(निवेशक) नहीं खरीद सकता क्योंकि इसे खरीदने के लिए एक बड़े Amount की जरूरत होती है।
अगर आपको किसी भी कंपनी का प्रेफ्रन्स शेयर को खरीदना चाहते है तो आपके पास एक बड़ा Amount होना चाहिए। बिना बड़े Amount के आप कंपनी के प्रेफरेंस शेयर को नहीं खरीद सकते।
प्रेफ्रन्स शेयर और कॉमन शेयर मे क्या अंतर है?
दोस्तों शेयर मार्केट जब कोई कंपनी का अपना IPO लाती है तो वह दो तरह के शेयर को मार्केट मे Deliver करती है,
- Common Share (कॉमन शेयर)
- Preference Share (प्रेफरेंस शेयर)
Common शेयर: ये वे शेयर होते है जो Publicly पब्लिश/मौजूद होते है, जिसको हर कोई खरीद और बेच सकता है। ऐसे शेयर तो कंपनी इसलिए लाती है क्योंकि कंपनी को हर एक छोटे-2 investor से पैसे collect करने होते है जिससे कंपनी के पास एक बड़ा amount हो जाता है।
कंपनी मार्केट से उठाए गए सारे पैसे को अपनी कॉमपनी की health और performance ग्रोथ मे लगती है।
Preference शेयर: इन शेयर को Publicly उपलब्ध नहीं होते है कंपनी ऐसे शेयर को पब्लिश तभी करती है जब उसे तुरंत एक बड़े अमाउन्ट की जरूरत महसूस होने लगती है। ऐसे शेयर खरीदने के लिए आपको अपने सबसे पहले कंपनी मे जाकर अपनी Registration प्रक्रिया को पूरा करवाना होता है उसके बाद ही आप ये शेयर को खरीद सकते है।
Preference शेयर Common शेयर की तुलना मे बहुत महगे होते है और कॉमन शेयर के मुकाबले इसकी ज्यादा हिस्सेदारी होती है।
प्रेफरेंस शेयर होल्डर कौन होते हैं?
दोस्तों प्रेफ्रन्स शेयर काफी महगे होते है इसलिए इनको हर कोई नहीं खरीद सकता ऐसे शेयर तो खरीदने के लिए हमे एक बड़ी रकम की अवशकता होती है इसके अलावा आपको इसको खरीदने के लिए आपको कई सारे Registration कराने होते है।
प्रेफ्रन्स शेयर को हमेशा बड़े-बड़े फाइनैन्शल Institute, Mutual Funds, बड़े-बड़े इन्वेस्टर जैसे लोग खरीदते है और उन्ही को प्रेफ्रन्स शेयर होल्डर भी कहा जाता है।
निवेशक के द्वारा प्रेफरेंस शेयर को लेकर पूछे गए कुछ सवाल:
Q. क्या नए निवेशक को प्रेफरेंस शेयर खरीदने चाहिए?
Ans. नहीं दोस्त आपको बिल्कुल भी प्रेफरेंस शेयर को खरीदने की जरूरत नहीं है ऐसे शेयर केवल बड़े-2 Investor (इन्वेस्टर) को ही खरीदना चाहिए। आप केवल अपनी राशि के हिसाब से शेयर को खरीद सके है।
Q. प्रेफरेंस शेयर को खरीदने के क्या फायदे है?
Ans. दोस्त प्रेफरेंस शेयर को खरीदने के कई सारे फायदे है जिनमे से कुछ फ़ायदों हो मैंने इस प्रकार बताया हुआ है,
- प्रेफरेंस शेयर से कंपनी मे ज्यादा हिस्सेदरी रहती है।
- प्रेफरेंस शेयर से आप कंपनी से कई गुना रिटर्न्स कमा सकते है।
- प्रेफरेंस शेयर को खरीदने से आपको कंपनी की तरफ से कई सारी छूट मिलती है।
Q. प्रेफरेंस शेयर को खरीदने के क्या नुकसान है?
Ans. प्रेफरेंस शेयर को खरीदने के किया सारे नुकसान होते है जिनमे से कुछ नुकसान हो हनमे इस प्रकार बताया हुआ है,
- ज्यादा अमाउन्ट का खर्च होना।
- Amount का हमेशा कंपनी के परफॉरमेंस पर निर्भर रहना।
- प्रेफरेंस शेयर मे हमेशा रिष्क बने रहना।
- प्रेफरेंस शेयर खरीदने के लिए ज्यादा TAX का लगना।
Q. प्रेफरेंस शेयर कितना पर्सेन्ट रिटर्न दे सकता है?
Ans. दोस्त प्रेफरेंस शेयर का रिटर्न्स कंपनी के कुछ महत्वपूर्ण फ़ैक्टर्स पर depend करता है। अगर ये सारे फ़ैक्टर्स किसी कॉमपनी मे पाज़िटिव है तो एक अच्छा रिटर्न्स मिल सकता है। कंपनी के वे फ़ैक्टर्स इस प्रकार है,
- कंपनी की Performance की सालाना ग्रोथ। Performance ग्रोथ जैसे Sales (सेल्स), Profit (प्रॉफ़िट), Revenue (रेविन्यू) इत्यादि।
- कंपनी का सेक्टर।
- कंपनी का Market Cap (मार्केट कैप)।
- कंपनी के शेयर के प्राइस।
Q. प्रेफरेंस शेयर को खरीदने के लिए क्या करना होगा?
Ans. दोस्त अगर अप किसी कंपनी के प्रेफरेंस शेयर को खरीदना चाहते है तो सबसे पहले एक बड़े amount को जरूरत होगी। Amount की वैल्यू कम-से-कम 1 करोड़ तो होना ही चाहिए इसके भी है तो और भी अच्छी बात है।
उसके बाद आपको उस कंपनी से contact करना होगा इस तरीके से आप किसी भी प्रेफरेंस शेयर को खरीद सकते है।
Conclusion
दोस्तों मैंने इस पोस्ट के जरिए आपको “प्रेफरेंस शेयर का मतलब क्या होता है” इस टॉपिक को डिटेल मे समझाने की कोशिश की हुई है। मैंने इस Topic को और डिटेल मे समझाने के लिए इस Topic के सारे Subtopic को भी कवर किया हुआ है।
मैं आशा करता हु की आपको मेरी ये पोस्ट पसंद आई होगी। अगर आपको “प्रेफरेंस शेयर” के topic को लेकर कोई भी Doubt है तो आप कॉमेंट कर सकते है मैं केवल कुछ घंटों के अंदर आपके सभी सवालों के सही सवाब देने की कोशिश करूंगा।
दोस्त आप मेरी website पर आए और अपने मेरी पोस्ट पढ़ी मैं इसके लिए आपका जीवन भर आभारी रहूँगा “नमस्कार” allsharetarget.com।