हैलो दोस्तों स्वागत है आपका मेरी इस वेबसाईट allsharetarget.com मे आज के इस ब्लॉग पोस्ट मे हम शेयर बाजार मे ऑपरेटर कौन होते है, इसका काम की होता है? इस टॉपिक के बारे मे डिटेल्स मे चर्चा करने वाले है।
इसके अलावा हम इस टॉपिक के subtopics को भी कवर करने वाले है जैसे की “शेयर मार्केट मे ऑपरेटर की रणनीति की क्या होती है?” और “शेयर मार्केट में ऑपरेटर को कैसे पकड़ा जाता है?।
आज इस ब्लॉग पोस्ट मे हम क्या समझेगे:
- शेयर बाजार मे ऑपरेटर किसे कहते है ,इसका काम की होता है?
- शेयर मार्केट मे ऑपरेटर की रणनीति की क्या होती है?
- शेयर बाजार मे ऑपरेटर के जाल से कैसे बचे?
- शेयर मार्केट में ऑपरेटर को कैसे पकड़ा जाता है?
- शेयर बाजार मे ऑपरेटर रीटैलर इन्वेस्टर को किस तरीके से ट्रैप करते है?
शेयर बाजार मे ऑपरेटर किसे कहते है? इसका काम की होता है?
शेयर मार्केट मे ऑपरेटर एक तरह के बड़े मार्केट प्लेयर होते है जिनकी वजह से मार्केट मे मोमेंट होता है। इनके पास अंधाधुन पैसा होता है जिसको ये स्टॉक मार्केट मे लगाते है और प्रॉफ़िट बनाते है। इनके अनुसार ही मार्केट चलता है ये जब चाहे मार्केट मे पैसा गलाकर मार्केट को उपर ले जा सकते है और marketसे अपना पैसा निकालकर मार्केट को नीचे भी गिरा सकते है।
इनका काम केवल शेयर के बाइअर या सेलर निवेशकों को ट्रैप करके उनका पैसा लूटना होता है उसी से इसी तरीके से ये प्रॉफ़िट बनाते है। ये शेयर मार्केट मे सभी तरह की ट्रैडिंग इन्वेस्टिंग और सभी शेयर मे होते है।
शेयर मार्केट मे ऑपरेटर की रणनीति की क्या होती है?
शेयर मार्केट मे ऑपरेटर की एक ही रणनीति होती है की कैसे भी करके निवेशकों को ट्रैप करके उनका पैसा डुबना ताकि वे अपना प्रॉफ़िट बना सके। ऑपरेटर हमेशा ही बाइअर निवेशकों या सेलर निवेशकों को ट्रैप करने के लिए नई-नई रणनीति बनाते रहते है।
दोस्तों ऑपरेटर की कुछ रणनीतिया हमने इस प्रकार बताया हुआ है,
- बाइअर निवेशकों को आकर्षित करने के लिए अचानक से शेयर मे तेजी ला देते है जिसके निवेशक जल्दी से निवेश कर लेते है और उनका लॉस हो जाता है।
- सेलर निवेशकों को आकर्षित करने के लिए वे buying जोन मे सेलिंग को दर्शाने लगते है जिससे सेलर जल्दी से निवेश कर लेता है।
- काभी काभी तो ऑपरेटर तेजी से ट्रेंडलाइन ब्रेकआउट करते है और बिना रेटेस्ट किए मार्केट को उपर ले जाने लगते है जिससे निवेशक ब्रेकआउट को देखकर निवेश कर लेता है और लॉस कर बैठता है।
- कई बार देखा गया है की वे शेयर को सपोर्ट या सप्लाइ लेवल से टच कराके बिना रेटेस्ट किए शेयर को उपर ले जाने लगते है, जिस तेजी देखकर निवेशक अक्सर ही ट्रैड ले लेते है और नुकसान झेलते है।
शेयर बाजार मे ऑपरेटर के जाल से कैसे बचे?
शेयर बाजार मे ऑपरेटर के जाल से बचने के लिए हमने ऑपरेटर की कुछ चलो को बताया हुआ है आप मार्केट मे इस चालों को अवॉइड करके ऑपरेटर के जाल से बच सकते है,
ऑपरेटर की रणनीति से बचने के लिए हमे कुछ स्टेप्स को फॉलो करना चाहिए जो इस प्रकार है,
- डिमांड या सप्लाइ लेवल के ब्रैकाउट पर ट्रैड न ले जब तक की मार्केट उस लेवल को रेटेस्ट न करे।
- ट्रेंड लाइन ब्रेक होने पर ट्रैड पंच न करे।
- जब मार्केट मे तेजी से वालटिलिटी आ जाए तो ट्रैड करने से बचे।
- जब मार्केट अचानक से तेजी से उपर या तेजी से नीचे जाने तो ट्रैड न करे ये ऑपरेटर की एक FOMO की चाल हो सकती है।
- मार्केट के मोमेन्टम को देखकर ट्रैड न ले हमेशा लॉजीकल ट्रैड लेने की कोशिश करे।
शेयर मार्केट में ऑपरेटर को कैसे पकड़ा जाता है?
ऑपरेटर जब भी मार्केट मे अपनी एंट्री बनाता है तो वह मार्केट मे सबसे पहले अचानक से तेजी को बढ़ा देता है या फिर मार्केट मे अचानक से मंदी को प्रदर्शित करने करने लगता है या फिर शेयर के भाव को बार-बार उपर ले जाकर भाव को अचानक से नीचे गिर देता है। जब कभी भी ये सारी कन्डिशन मार्केट मे अचानक से होने लगे तब आप समझ जाइए मार्केट मे की ऑपरेटर की एंट्री हो चुकी है।
शेयर बाजार मे ऑपरेटर रीटैलर इन्वेस्टर को किस तरीके से ट्रैप करते है?
ऑपरेटर रिटेल इन्वेस्टर को कई तरीके से ट्रैप करके है एक्स्पर्ट्स से मिली जानकारी के अनुसार हमने ऑपरेटर की कुछ चालों को इस प्रकार बताया है,
- सबसे पहले वे शेयर को बिना किसी फैक्टर के मार्केट को तेजी से उपर ले जाने लगते है, और निवेशकों को लगता है मार्केट अब उपर जाने वाला है और वह अपनी निवेशता इस शेयर मे ले लेते है और कुछ समय बाद शेयर का भाव तेजी से नीचे आता है और ऑपरेटर निवेशक का कैपिटल लेकर चला जाता है।
- ऑपरेटर की दूसरी चाल ट्रेंड लाइन ब्रैकाउट पर होती है जिसमे वह हमेशा शेयर के भाव से ट्रेंड लाइन का ब्रैकाउट करवाता है और शेयर के भाव को उपर ले जाने लगता है।
- कई बार ऑपरेटर चार्ट पटटर्न्स की रिटेस्टिंग पर भी रिटेल इन्वेस्टर को ट्रैप करते है निवेशकों को इससे बचने का तरीका ये है की वे ट्रैड लेते समय अपना एक छोटा सा स्टॉपलॉस बना ले।
निवेशकों द्वारा पूछे गए कुछ सवाल:
मार्केट मे ऑपरेटर का क्या उद्देश्य होता है?
Ans: मार्केट मे ऑपरेटर का का केवल एक ही उद्देश्य होता है की निवेशक को किसी तरीके से ट्रैप करके अपने प्रॉफ़िट को बढ़ाना इसके अलावा ऑपरेटर का दूसरा को दूसरा उद्देशय नहीं होता।
2. कैसे पता करे की ऑपरेटर मार्केट मे प्रेजेंट है?ns: अगर आपको पता लगाना है की ऑपरेटर मार्केट मे प्रेजेंट है या नहीं तो आप मार्केट के मोमेन्टम को देख सकते है अगर मार्केट नॉर्मली व्यवहार कर रहा है। यानि की कोई भी FOMO नहीं बना रहा है तो मार्केट मे ऑपरेटर की प्रेज़न्स नहीं है।
क्या नया निवेशक ऑपरेटर के जाल से बच सकता है?
Ans: नए निवेशक ऑपरेटर की चाल को नहीं समझ पाते इसलिए वे हमेशा ही ऑपरेटर का शिकार बनाते है, अगर वे ऑपरेटर के जाल से बचना चाहते है तो उनको चाहिए की वे ऑपरेटर के सभी चलो को जाने और समझे।
मार्केट मे ऑपरेटर किस तरीके से निवेशक को ट्रैप करता है?
Ans: मार्केट मे ऑपरेटर निवेशक को ट्रैप करने के लिए कई तरीके को अपनाता है जिसमे से कुछ तरीकों को हमने उपर बताया हुआ है आप उन चलो को जान और चार्ट पर समझ कर ऑपरेटर की चाल से बच सकते है।
नया निवेशक ऑपरेटर की चाल को कैसे पहचाने?
Ans: नया निवेशक ऑपरेटर की चाल को कई तरीकों से समझ सकता है जिसको हमने उपर बताया हुआ है। आप उसको जान कर चार्ट मे समझ कर ऑपरेटर की चाल को समझ सकते है।
Conclusion
दोस्तों मैंने इस ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से आपको “शेयर बाजार मे ऑपरेटर कौन होते है”, इसका काम की होता है?” इस टॉपिक को डेटेल्स मे बताने की कोशिश की हुई है। इसके आलवा मैंने इस टॉपिक के subtopic को भी डिटेल मे समझाया हुआ है जैसे की “शेयर बाजार मे ऑपरेटर के जाल से कैसे बचे?” तथा “शेयर मार्केट में ऑपरेटर को कैसे पकड़ा जाता है?”।
मैं आशा करता हु मेरा ये ब्लॉग पोस्ट आपको पसंद आया होगा। अगर दोस्तों आपको “शेयर बाजार मे ऑपरेटर कौन होते है” इस टॉपिक से रिलेटेड कोई भी डाउट हो तो आप प्लीज इस कमेन्ट बॉक्स मे अपना फ़ीडबैक जरूर दे मैं आपके सारे सवालों के जवाब केवल कुछ घंटों के अंदर देने की कोशिश करूंगा।
आप मेरे वेबसाईट पर आए और आपने मेरा ब्लॉग पोस्ट पढ़ा मैं इसके लिए आपका जीवन भर आभारी रहूँगा “नमस्कार” allsharetarget.com।